प्रस्तावना
“मैं कौन हूँ?” यह सवाल अक्सर हमारे दिमाग में आता है। हर व्यक्ति को अपने बारे में समझना और जानना ज़रूरी होता है। मैं एक लड़की हूं, जो अभी किशोरावस्था में प्रवेश कर चुकी है। मेरे पास कुछ विशेष गुण हैं, जो मुझे दूसरों से अलग बनाते हैं। मैं अपने परिवार के प्यार और समर्थन से भरी हुई हूं और जीवन में कुछ बड़ा करने की इच्छा रखती हूं। मेरे जीवन में बहुत सारी महत्वाकांक्षाएँ हैं, और मैं चाहती हूं कि मैं अपने परिवार का नाम रोशन करूं।
मैं एक संयुक्त परिवार में रहती हूं। हमारे परिवार में कुल छह लोग हैं – मेरे दादा-दादी, पिता, मां, मेरा छोटा भाई और मैं। हम सभी एक-दूसरे के साथ बहुत घनिष्ठ संबंध रखते हैं और हर त्योहार और विशेष अवसर को मिलकर मनाते हैं। हमारा घर खासकर छुट्टियों और सप्ताहांत में बहुत भीड़-भाड़ वाला हो जाता है क्योंकि हमारे घर मेहमान अक्सर आते रहते हैं। मुझे गर्व है कि मेरा परिवार मेरे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। मेरे परिवार के प्रत्येक सदस्य ने मुझे जीवन में कुछ न कुछ सिखाया है, और इसने मेरी पहचान को आकार दिया है। आज मैं जो कुछ भी हूं, वह मेरे परिवार की वजह से ही हूं।
मेरा प्यारा परिवार
मेरे दादाजी : मेरे दादाजी बहुत अच्छे और दयालु इंसान हैं। वे हमेशा मेरा और मेरे भाई का समर्थन करते हैं। उन्होंने बचपन में काफी संघर्ष देखा है। वे उस समय भारत के उस हिस्से में रहते थे, जो अब पाकिस्तान का हिस्सा है। विभाजन के दौरान, उन्होंने और उनके परिवार ने बहुत कठिनाइयों का सामना किया। उनकी जिंदगी की ये कठिनाइयाँ और संघर्ष हमारे लिए एक प्रेरणा बन गई हैं। वे हमें अपनी संघर्ष की कहानियाँ सुनाते हैं, जो हमें जीवन में कठिन समय से लड़ने की प्रेरणा देती हैं।
मेरी दादी : मेरी दादी बहुत धार्मिक और सख्त महिला हैं, लेकिन वे बेहद प्यारी भी हैं। वे अपने बचपन के दिनों की कई बातें हमें सुनाती हैं, खासकर उस समय की जब वे छोटी थीं। हम सभी उनका बहुत आदर करते हैं, और हमें उनके साथ बैठकर उन कहानियों को सुनना बहुत अच्छा लगता है। उनकी बातों में हमेशा कुछ न कुछ सीखने की बात छिपी रहती है।
मेरी माँ : मेरी माँ एक नौकरी करने वाली महिला हैं। वे घर और ऑफिस दोनों की जिम्मेदारी बखूबी निभाती हैं। वे हम सभी से बहुत प्यार करती हैं और घर के कामों को भी बहुत अच्छे से संभालती हैं। मेरी माँ सुबह जल्दी उठकर घर का सारा काम करती हैं, हमें तैयार करती हैं, स्कूल भेजती हैं और फिर ऑफिस जाती हैं। शाम को, वह हमें पढ़ाई में मदद करती हैं और घर के अन्य कामों को भी पूरा करती हैं। उनकी मेहनत और प्यार से ही हमारा घर सही ढंग से चलता है।
मेरे पिताजी : मेरे पिता बहुत सख्त और अनुशासित व्यक्ति हैं। वे चाहते हैं कि हम सभी अपने जीवन में अनुशासन बनाए रखें और समय की कद्र करें। वे हमेशा हमें यह सिखाते हैं कि जीवन में कठिनाई आए, तो भी हमें अपनी जिम्मेदारियों से भागना नहीं चाहिए। वे हमारे परिवार के एक मजबूत स्तंभ हैं। उनके अनुशासन और समय प्रबंधन से ही हमारे घर में सब कुछ सही चलता है।
मेरा भाई : परिवार में सबसे छोटा होने के कारण मेरा भाई बहुत प्यारा है। वह हमेशा हमें हंसी-खुशी से भर देता है। वह खेलना पसंद करता है और हर किसी को अपने खेल में शामिल कर लेता है। मैं अपने भाई के साथ बहुत खास बंधन साझा करती हूं। हम साथ में पढ़ाई करते हैं, खेलते हैं, खाते हैं, हंसते हैं और कभी-कभी झगड़ते भी हैं, लेकिन फिर जल्दी ही सब ठीक हो जाता है। उसका स्वभाव बहुत हल्का-फुल्का है, और मुझे उसके साथ समय बिताना बहुत अच्छा लगता है।
मेरा परिवार मुझे परिभाषित करता है
मुझे लगता है कि हमारे व्यक्तित्व को सबसे ज्यादा प्रभावित करने वाला कारक हमारे परिवार के सदस्य होते हैं। मेरा मानना है कि आज जो कुछ भी मैं हूं, वह मेरे परिवार के प्रभाव की वजह से है। मेरी दादी से मैंने सिखा है कि जीवन में हमें सख्त और अनुशासित रहना चाहिए, जबकि मेरे दादाजी से मुझे यह सिखने को मिला कि हमें जीवन में कठिन समय का सामना पूरी ताकत से करना चाहिए। मेरी माँ ने मुझे सिखाया है कि हम दूसरों की मदद कैसे कर सकते हैं, और मेरे पिता से मैंने यह जाना है कि जीवन में हमेशा सही समय पर सही कार्य करना चाहिए।
मैं अपनी मां की तरह ही अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाने की कोशिश करती हूं। मुझे अपनी मां की तरह घर के कामों में मदद करना अच्छा लगता है और मुझे यह बहुत संतुष्टि देता है। मेरे दादाजी के साथ समय बिताने पर मैं हमेशा आत्मविश्वास और साहस महसूस करती हूं, और मेरी दादी की कहानियाँ मुझे जीवन के बारे में नई सोच देती हैं। मेरे पिता की तरह मैं भी अपने कामों में अनुशासन बनाए रखने की कोशिश करती हूं और समय का सही उपयोग करने की कोशिश करती हूं।
लेकिन सिर्फ परिवार के बड़े सदस्य ही नहीं, मेरे छोटे भाई ने भी मुझे कुछ खास बातें सिखाई हैं। वह हमेशा खुश रहता है और अपनी शरारतों से सबको हंसा देता है। उससे मुझे यह सीखने को मिला है कि जीवन में खुश रहना और हल्के-फुल्के तरीके से समस्याओं का सामना करना चाहिए।
निष्कर्ष
मुझे गर्व है कि मेरे पास एक अद्भुत परिवार है। मुझे लगता है कि मेरे परिवार के हर सदस्य ने मुझे एक अच्छा इंसान बनाने में मदद की है। आज जो मैं हूं, वह मेरे परिवार की वजह से हूं। हमारे परिवार के सदस्य हमें हर दिन कुछ न कुछ नया सिखाते हैं और हमारे जीवन को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे ऐसा परिवार मिला है, जो हमेशा मेरा साथ देता है और मुझे जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है।
हमारा परिवार न केवल हमें शारीरिक रूप से बढ़ाता है, बल्कि हमारी मानसिक और भावनात्मक वृद्धि में भी मदद करता है। यही कारण है कि मैं अपने परिवार को हमेशा पहले स्थान पर रखती हूं और उनका धन्यवाद करती हूं। इस परिवार के कारण ही मेरी पहचान है, और मैं इसे जीवन भर सहेजकर रखना चाहती हूं।