प्रस्तावना
लखनऊ, जिसे नवाबों का शहर भी कहा जाता है, मेरा जन्मस्थान है। यह शहर मेरी बहुत सारी यादों से जुड़ा हुआ है। जब मैं 10 साल का था, तब से हम लखनऊ में रहते थे। लेकिन लगभग 2 साल पहले, मेरे पिताजी के व्यवसाय की वजह से हमें राजस्थान में स्थानांतरित होना पड़ा। अब, मेरे पिता की परियोजना खत्म हो चुकी है, और हम फिर से लखनऊ लौटने वाले हैं। मैं अपने शहर लौटने के लिए बहुत खुश हूं, क्योंकि यहां मेरी बहुत सारी यादें हैं, और मैं अपने जन्मदिन को भी इसी शहर में मनाने के लिए उत्साहित हूं।
लखनऊ की मेरी प्रारंभिक यादें
लखनऊ में मेरी बचपन की बहुत सारी यादें हैं। हम एक संयुक्त परिवार में रहते थे, जहाँ मेरे माता-पिता और दादा-दादी के साथ मैं रहता था। मुझे याद है कि जब मैं छोटा था, तो मैं अपने दादा के साथ सड़कों पर घूमने जाता था। वे मुझे अपने बचपन की कहानियाँ सुनाते थे और हम लखनऊ के अलग-अलग स्थानों पर जाते थे। हमें हर सप्ताहांत पर बाजारों में खरीदारी करने और फिर साथ में खाना खाने का बड़ा मजा आता था। मेरी दादी के साथ संगमरमर के मंदिर में जाना, और फिर रास्ते में ताजा तैयार कबाब खाने की खुशबू आज भी मुझे महसूस होती है।
लखनऊ में मेरा पसंदीदा स्थान
लखनऊ में बहुत सारी खूबसूरत जगहें हैं, लेकिन कुछ विशेष स्थान हैं जहाँ मुझे सबसे ज्यादा मजा आता है। इनमें इमाम बारा, मरीन ड्राइव, हज़रतगंज और भूतनाथ बाजार शामिल हैं। इन जगहों पर मुझे परिवार के साथ बिताए गए अच्छे पल हमेशा याद आते हैं।
- इमाम बारा
मैंने कई बार इमाम बारा का दौरा किया है। यह जगह मेरे लिए खास है क्योंकि यहां आने से मुझे शांति का एहसास होता है। मुझे याद है कि पहली बार जब मैं यहां अपने माता-पिता के साथ आया था, तो मैं बहुत छोटा था। लेकिन अब जब भी मैं इमाम बारा जाता हूं, हर बार की यात्रा कुछ खास होती है। - मरीन ड्राइव
मरीन ड्राइव पर शाम के समय जाना बहुत अच्छा लगता था। वहाँ बैठकर नदी के किनारे पर टहलना और ठंडी हवा का आनंद लेना बहुत मजेदार था। मुझे ये पल आज भी याद आते हैं। - हज़रतगंज और भूतनाथ बाजार
हज़रतगंज और भूतनाथ बाजार में खरीदारी करना मेरे लिए एक रोमांचक अनुभव था। मेरी माँ के साथ इन बाजारों में घूमते हुए हम हमेशा नई-नई चीज़ों की खोज करते थे। वहां की गलियाँ, दुकाने और खाने की खुशबू हमेशा मुझे अपनी ओर खींचती हैं।
निष्कर्ष
लखनऊ मेरे लिए सिर्फ एक शहर नहीं, बल्कि यादों का एक खजाना है। इस शहर में बिताए गए पल हमेशा मेरे दिल में रहेंगे। मैं लखनऊ लौटने के लिए बहुत उत्साहित हूं और फिर से अपने पुराने दोस्तों से मिलने और अपनी पसंदीदा जगहों पर जाने के लिए तैयार हूं। इस शहर के स्वादिष्ट कबाब, कोरमा और बाजार की दुकानों की यादें मुझे हमेशा तरोताजा रखती हैं।