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देशप्रेम | राष्ट्रप्रेम | स्वदेश प्रेम : हिंदी निबंध

संकेत बिन्दु: भूमिका, स्वदेश-प्रेम (राष्ट्रप्रेम) – एक उच्च भावना, स्वदेश-प्रेम (राष्ट्रप्रेम) की अभिव्यक्ति के प्रकार, उपसंहार। भूमिका: “जो भरा नहीं है भावों से, बहती जिसमें रसधार नहीं। वह हृदय नहीं है, पत्थर है, जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं।” मैथिलीशरण ‘गुप्त’ की इन काव्य पंक्तियों का अर्थ यह है कि देश-प्रेम के अभाव में मनुष्य जीवित […]

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किसी यात्रा का वर्णन : हिंदी निबंध

संकेत बिन्दु: भूमिका, यात्रा-वर्णन, उपसंहार भूमिका: मैं स्वभाव से ही घुमक्कड़ प्रवृत्ति का हूँ। पिछले पाँच वर्षों में मैंने भारत के लगभग बीस शहरों तथा राज्यों की यात्रा की है, इनमें दिल्ली, मुम्बई राजस्थान, मध्य प्रदेश, उड़ीसा, गोवा आदि शामिल हैं। इन शहरों में भुवनेश्वर ने मुझे सर्वाधिक प्रभावित किया है। पिछले वर्ष ही गमर्मी

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स्वच्छ भारत : एक कदम स्वच्छता की ओर  पर निबंध

संकेत बिन्दु: भूमिका, स्वच्छ भारत अभियान का आरम्भ एवं लक्ष्य, वर्तमान समय में स्वच्छता को लेकर भारत की स्थिति, स्वच्छता का महत्त्व, उपसंहार। भूमिका: यह सर्वविदित है कि 2 अक्टूबर को हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी का जन्म हुआ था। इस युग पुरुष ने भारत सहित पूरे विश्व को मानवता की नई राह दिखाई। हमारे देश

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वृक्ष धरा के आभूषण हैं | वृक्षारोपण का महत्त्व :हिंदी निबंध

संकेत बिन्दु: भूमिका, वनों के प्रत्यक्ष लाभ, वनों से होने वाले अप्रत्यक्ष लाभ, उपसंहार। भूमिका: मनुष्य का वनों से बहुत पुराना सम्बन्ध है। मनुष्य का प्रारम्भिक आवास वन ही थे। वन हमारी अनेक आवश्यकताओं की पूर्ति करते हैं। वन किसी भी राष्ट्र की उन्नति में सहायक होते हैं, इसलिए भूतपूर्व प्रधानमन्त्री जवाहरलाल नेहरू ने कहा

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प्रदूषण की समस्या एवं समाधान पर निबंध

संकेत बिन्दु: भूमिका, प्रदूषण के प्रकार और कारण, प्रदूषण से होने वाली हानियाँ, प्रदूषण को रोकने के उपाय, उपसंहार। भूमिका: प्रदूषण का अर्थ है- वायुमण्डल या वातावरण का दूषित होना। पृथ्वी पर उपस्थित जीवों के लिए सन्तुलित वातावरण की आवश्यकता है, जिसमें हर तत्त्व एक निश्चित मात्रा में उपस्थित रहता है। यदि इनमें से किसी

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भ्रष्टाचार-कारण एवं निवारण पर निबंध

भूमिका: भ्रष्टाचार दो शब्दों- ‘भ्रष्ट’ और ‘आचार’ के मेल से बना शब्द है। ‘भ्रष्ट’ शब्द के कई अर्थ होते हैं- मार्ग से विचलित, ध्वस्त एवं बुरे आचरण वालातथा ‘आचरण’ का अर्थ चरित्र’, ‘व्यवहार’ या ‘चाल-चलन’ है। इस तरह भ्रष्टाचार का अर्थ हुआ-अरचित व्यवहार एवं चाल-चलन। विस्तृत अर्थों में इसका तात्पर्य व्यक्ति द्वारा किए जाने वाले

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जनसंख्या वृद्धि की समस्या और उसके निराकरण के उपाय पर निबंध

संकेत बिन्दु: भूमिका, प्राचीन स्थिति, वर्तमान स्थिति, देश के लिए बोझ, परिवार के लिए बोझ, उपसंहार। भूमिका: देश की बढ़ती हुई जनसंख्या एक भयावह समस्या है। भारत ही नहीं, बल्कि इस भयावह समस्या से तो समूचा विश्व ही मानो विनाश की कगार पर जा पहुँचा है। स्वाधीन भारत में देश की समृद्धि के लिए किए

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राष्ट्रीय एकता का महत्त्व: हिंदी निबंध

संकेत बिन्दु: प्रस्तावना, राष्ट्रीय एकता की आवश्यकता एवं बाधाएँ, एकता बनाए रखने के उपाय, उपसंहार। प्रस्तावना: राष्ट्रीय एकता का अर्थ है-भारत की आर्थिक, राजनीतिक, सामाजिक और वैचारिक एकता। हमारे धार्मिक विचार, भोजन, वेशभूषा और रहन-सहन के तरीकों में अन्तर हो सकता है, लेकिन हमारे राजनीतिक और राष्ट्रीय विचारों में कोई अन्तर नहीं है। राष्ट्रीय एकता

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जीवन में अनुशासन का महत्त्व: हिंदी निबंध

संकेत बिन्दु भूमिका, अनुशासन का महत्त्व, अनुशासन की आवश्यकता, अनुशासन की प्रवृत्ति का विकास करना, उपसंहार। भूमिका: अनुशासन शब्द ‘शासन’ में ‘अनु’ उपसर्ग के जुड़ने से बना है, इस तरह अनुशासन का शाब्दिक अर्थ है- शासन के पीछे चलना। प्रायः माता-पिता एवं गुरुजनों के आदेशानुसार चलना ही अनुशासन कहलाता है, किन्तु यह अनुशासन के अर्थ

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सठ सुधरहिं सत्संगति पाई: हिंदी निबंध

संकेत बिन्दु भूमिका, सज्जन के लक्षण, सज्जनों की संगति के लाभ, उपसंहार भूमिका: यह संसार गुण व दोष दोनों से भरा पड़ा है। विवेकी व्यक्ति सदैव गुणग्राही होता है और दोषों को त्याग देता है, लेकिन मूर्ख व्यक्ति गुणों को छोड़ दोष ग्रहण करता है। इस प्रकार सारे मनुष्य गुण व दोषों से भरे पड़े

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