देशप्रेम | राष्ट्रप्रेम | स्वदेश प्रेम : हिंदी निबंध
संकेत बिन्दु: भूमिका, स्वदेश-प्रेम (राष्ट्रप्रेम) – एक उच्च भावना, स्वदेश-प्रेम (राष्ट्रप्रेम) की अभिव्यक्ति के प्रकार, उपसंहार। भूमिका: “जो भरा नहीं है भावों से, बहती जिसमें रसधार नहीं। वह हृदय नहीं है, पत्थर है, जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं।” मैथिलीशरण ‘गुप्त’ की इन काव्य पंक्तियों का अर्थ यह है कि देश-प्रेम के अभाव में मनुष्य जीवित […]
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