सड़क-दुर्घटना : कारण और निवारण  पर निबंध

संकेत बिन्दु प्रस्तावना, सड़क दुर्घटना के कारण, सुरक्षित यात्रा के लिए निवारण।

प्रस्तावना आज हमारे देश में सबसे अधिक लोगों की मौतें किसी बीमारी के बजाय, सड़क हादसों में हो रही हैं। आधुनिक युग में सड़क दुर्घटना एक आम बात हो गई है। वास्तव में, वाहनों की बढ़ती संख्या और सड़क सुरक्षा आज भारत के लिए बड़ी समस्या है। इससे निपटने के लिए सख्त कानून की जरूरत है और उसके साथ ही सब नागरिक अपनी नैतिक जिम्मेदारी, सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन, को अपना कर्त्तव्य माने तो सड़क दुर्घटनाओं को काफी हद तक कम किया जा सकता है।

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सड़क दुर्घटना के कारण सड़क पर होने वाली ऐसी दुर्घटनाओं का मुख्य कारण लोगों द्वारा सड़क यातायात नियमों की अनदेखी करना है। तेज गति में गाड़ी चलाना, नशे में ड्राइविंग और गलत दिशा में गाड़ी चलाना आदि दुर्घटनाओं का मुख्य कारण है। सबसे अधिक हादसे वाहन चालकों की लापरवाही के चलते होते हैं। इसमें सबसे अधिक नशीले पदार्थों का सेवन या अधिक माल लादना प्रमुख हैं। देश में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं में लगभग 80% दुर्घटनाएँ वाहन चालकों की गलती से होती हैं इसलिए हादसों को रोकने के लिए सबसे अधिक ध्यान वाहन चालकों की गलती को सुधारने में करना चाहिए। ज्यादा से ज्यादा वाहन चालकों को प्रशिक्षित किया जाना चाहिए।

सुरक्षित यात्रा के लिए निवारण सड़क सुरक्षा के लिए यातायात नियमों का पालन करें तभी सड़क दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है। सड़क दुर्घटनाओं का सबसे बड़ा शिकार युवा वर्ग होता है। सड़क दुर्घटना को किस्मत नहीं माना जा सकता। सड़क दुर्घटना को रोकना तो हमारे हाथ में है। इसके लिए सड़क पर चलने के कुछ नियम हों, गति सीमा, सीट बेल्ट बाँधना, ड्राइविंग के समय मोबाइल फ़ोन का इस्तेमाल ना करना, हेलमेट पहनना, नशे में ड्राइविंग ना करना जैसे और भी कई नियम बनाए जाएँ, बल्कि इन सभी का कड़ाई से पालन भी करवाया जाए। इसके लिए सड़कों पर जगह-जगह कैमरे लगाए जाएँ, गति मापक यंत्र लगाए जाएँ, नशे में वाहन चलाने पर लाइसेंस रद्द किया जाए।

इसके अतिरिक्त बच्चों को सड़क सुरक्षा के नियमों और उनके महत्त्व के बारे में अवश्य बताना चाहिए। भारत में नागरिकों को चाहिए कि वाहन शौक के लिए नहीं, बल्कि इन्हें जरूरत के रूप में ही इस्तेमाल करें। दूसरे देशों की तरह भारत में भी नागरिकों को ज्यादातर पैदल चलने और साईकिल का इस्तेमाल करने की आदत डालनी चाहिए जिससे पर्यावरण स्वच्छ रखने और सड़क दुर्घटनाओं में कमी लायी जा सकती है। इसके अतिरिक्त सड़कों में इतना सुधार और इन्हें इतना सुरक्षित करना होगा कि पैदल चलने या साईकिल चलाने में लोग ख़ुशी महसूस करें। सड़क सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए चलते वक्त हमेशा फुटपाथ का प्रयोग करना चाहिए। यहाँ फुटपाथ अगर ना हो तो हमेशा सड़क के बायीं तरफ ही चलें। ग्रीन सिग्नल होते ही सड़क पार करें इसके अतिरिक्त ट्रैफिफ पुलिस के निर्देश अनुसार सड़क पार करें। सड़क पर चलते समय मोबाइल फ़ोन का प्रयोग नहीं करना चाहिए और यदि मोबाइल का इस्तेमाल करना भी हो तो रुककर किसी सुरक्षित जगह देखकर ही करें। सड़क नियमों की जागरूकता से ही सड़क दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है और हमारी सतर्कता से ही सड़क दुर्घटनाओं से बचा जा सकता है।

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