Team Vertexal

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साहस जहाँ, सिद्धि वहाँ:  हिंदी निबंध

संकेत बिन्दु प्रस्तावना, साहस से तात्पर्य, साहस का अर्थ, साहस एक भावनात्मक व सकारात्मक गुण, कुछ साहसिक प्रेरक प्रसंग, साहस से लाभ, उपसंहार। प्रस्तावना मानव एक सामाजिक प्राणी है। वह समाज में रहकर विभिन्न प्रकार के अच्छे-बुरे कर्म करता है तथा अपनी रुचि के अनुसार अच्छाई और बुराई को अपनाता है। उन्हीं अच्छे-बुरे गुणों में […]

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नर हो न निराश करो मन को: हिंदी निबंध

संकेत बिन्दु प्रस्तावना, निराशा की भावना का जन्म, असफलता भी आवश्यक है, निराशा एक हीनभावना, आशावादी दृष्टिकोण के लाभ, उपसंहार। प्रस्तावना अगर सफलता मंजिल है, तो असफलता वह रास्ता है, जो हमें इस मंजिल तक पहुँचाता है। यही वजह है कि महापुरुषों ने इन दोनों में ही आशा की किरण देखी है। छोटी-छोटी असफलताएँ ही

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मेरा प्रिय नेता (डॉ. अब्दुल कलाम): हिंदी निबंध

संकेत बिन्दु प्रस्तावना, वैज्ञानिक उपलब्धियाँ, युवाओं के प्रेरणा स्रोत, पुरस्कारों से सम्मान, उपसंहार। प्रस्तावना ‘मिसाइल मैन’ के नाम से विख्यात भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम का 27 जुलाई, 2015 को भारतीय प्रबन्धन संस्थान (आई आई एम) शिलांग में एक व्याख्यान के दौरान हृदयाघात होने से निधन हो गया। वैज्ञानिक क्षेत्रों

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समाचार पत्रों की भूमिका: हिंदी निबंध

संकेत बिन्दु प्रस्तावना, समाचार-पत्र का इतिहास, समाचार-पत्रों के कार्य, समाचार-पत्रों का महत्त्व, समाचार पत्रों का दुरुप्रयोग, उपसंहार। प्रस्तावना समाचार-पत्र जनसंचार का एक सशक्त माध्यम है। समाचार-पत्रों की निष्पक्षता, निर्भीकता एवं प्रामाणिकता के कारण इनकी विश्वसनीयता में तेज़ी से वृद्धि हुई है। यही कारण है कि सन्तुलित तरीके से समाचारों का प्रस्तुतीकरण कर रहे समाचार-पत्रों की

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मेरी प्रिय पुस्तक पर हिन्दी में निबंध

मेरी प्रिय पुस्तक : रामचरितमानस संकेत बिन्दु प्रस्तावना, पुस्तक की विशेषताएँ, उपसंहार। प्रस्तावना किसी भी देश की सभ्यता-संस्कृति के संरक्षण एवं उसके प्रचार-प्रसार में पुस्तकें अहम् भूमिका निभाती हैं। पुस्तकें ज्ञान का संरक्षण भी करती हैं। यदि हम प्राचीन इतिहास के बारे में जानना चाहते हैं, तो इसका अच्छा स्रोत भी पुस्तकें ही हैं। पुस्तकें

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मनुष्य अपने भाग्य का निर्माता स्वयं है: हिंदी निबंध

संकेत बिन्दु प्रस्तावना, भाग्यवाद की धारणा गलत है, कर्म पर विश्वास करना ही उचित है, स्वावलम्बन व परावलम्बन, उपसंहार। प्रस्तावना सुख-दुःख, सफलता असफलता, यश-अपयश आदि का कारण ‘भाग्य’ को मान लेना नितान्त अज्ञानता है। परमात्मा किसी के भाग्य में सुख और किसी के भाग्य में दुःख नहीं लिखता। यह सब अपने ही कर्मों का परिणाम

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ग्राम्य स्वच्छता: हिंदी निबंध

संकेत बिन्दु प्रस्तावना, अस्वच्छता होने के कारण, अस्वच्छता का प्रभाव, ग्राम्य स्वच्छता के लिए किए गए उपाय, उपसंहार। प्रस्तावना हमारे देश का आर्थिक विकास पूर्णतः नागरिकों के विकास पर निर्भर है। परन्तु यदि नागरिकों का ही विकास धीमी गति से हो रहा हो, तो आर्थिक विकास में तीव्रता कहाँ से आएगी। यह बात किसी देश

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किसी मैच का आँखों देखा हाल किसी खेल का आँखों देखा वर्णन: हिंदी निबंध

संकेत बिन्दु प्रस्तावना, विद्यालय परिसर में हॉकी मैच, खेल के मैदान पर, मैच का प्रारम्भ, मैच का संघर्ष, मैच की पराकाष्ठा और समापन, पुस्तक वितरण। प्रस्तावना जिस प्रकार स्वस्थ शरीर के लिए उचित और पर्याप्त भोजन – आवश्यक है, उसी प्रकार मानसिक और शारीरिक विकास के लिए खेल भी परम आवश्यक है। इसी आवश्यकता को

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पर उपदेश कुशल बहुतेरे: हिंदी निबंध

संकेत बिन्दु प्रस्तावना, पर-उपदेश से सम्बन्धित कुछ उदाहरण, उपसंहार। प्रस्तावना अपने जीवन में आपने ऐसे बहुत से लोगों को देखा होगा जो कि दूसरों को सरलता से उपदेश दे देते हैं, परन्तु अपने जीवन में उन उपदेशों का बिलकुल भी पालन नहीं करते। किसी भी उपदेश का प्रभाव अधिक पड़ता है, जब उपदेशक स्वयं भी

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सफलता का रहस्य: हिंदी निबंध

संकेत बिन्दु प्रस्तावना, परिश्रम करने की आवश्यकता एवं लाभ, परिश्रम न करने से हानि, महान् व्यक्तियों के उदाहरण, उपसंहार। प्रस्तावना कहा गया है कि कर्म ही जीवन है। कर्म के अभाव में जीवन का कोई अर्थ नहीं रह जाता। जीवनपर्यन्त मनुष्य को कोई-न-कोई कर्म करते रहना पड़ता है। यही कारण है कि प्राचीन ही नहीं

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